अधिकारों के लिए सड़क पर निकली महिलाएं

मंडी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सेरी मंच पर विभिन्न संगठनों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पड्डल से सेरी मंच तक सैकड़ों महिलाओं ने जुलूस निकाल कर महिलाओं से भेदभाव को लेकर विरोध प्रकट किया। इस मौके पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति की शहरी इकाई की सचिव सुनीता देवी, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य अध्यक्ष जोगेंद्र वालिया, जिला अध्यक्ष राजेंद्र मोहन, सचिव ललित शर्मा, सुनीता पटियाल, जनवादी महिला समिति से जयवंती, भाजपा महिला मोर्चा से सुमन ठाकुर, कांग्रेस से कृष्णा टंडन ने अपने विचार रखे। इस मौके पर समिति की ओर से महिलाओं की मांगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री को भेजा गया। महिलाओं ने कहा कि लोकसभा में पारित होेने वाले महिला सुरक्षा संबंधी विधेयक में वर्मा कमेटी की समस्त सिफारिशों को माना जाए। वहीं लैंगिक संवेदनशीलता को शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए। महिलाओं ने कहा कि घरेलू हिंसा एवं महिला पर बने कानूनों की पालना के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है, वहीं इसकी मानीटरिंग भी गृह विभाग द्वारा की जाए। वर्तमान में इसकी मानीटरिंग महिला कल्याण विभाग द्वारा की जाए। प्रत्येकपुलिस थाना एवं पुलिस चौकी में अलग से वूमन सैल का गठन किया जाए। शहरों में सुलभ शौचालयों में महिलाओं से बाथरूम करने पर पैसा वसूला जाता है, जबकि पुरुषों से नहीं, जोकि भेदभाव को दर्शाता है। ज्ञापन में मांग की गई है कि बसों में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षण को लागू किया जाए। वहीं स्वयं सहायता समूहों को बैंकों से कृषि के बराबर ब्याज लिया जाए। प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनिवार्यता महिला विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति की जाए। वर्तमान में मंडी जोनल अस्पताल में 10 लाख आबादी पर मात्र एक विशेषज्ञ हैं। यहां पर तीन महिला विशेषज्ञों की तैनाती की जाए।

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